View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3005 | Date: 21-Nov-19981998-11-211998-11-21क्यों बात-बात में दुविधा में खो जाते हो?Sant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kyom-batabata-mem-duvidha-mem-kho-jate-hoक्यों बात-बात में दुविधा में खो जाते हो?
छोड़कर राह विश्वास की, क्यों शंका की राह पर चलते हो ?
जो करना है जीवन में, उसे ठानने में देर क्यों करते हो ?
अफसोस मनाना, शिकवा करना, क्यों इससे बाहर नही आते है ?
छोटी-छोटी बातों में क्यों बनते-बिगड़ते हो ?
किसी और को नही अपनेआप को धोखे में क्यों रखते है ?
दर्द को छोड़ना नही, फिर आहें क्यों भरते हो ?
मंजूर नही उसकी बताई राहपर चलना, फिर अफसोस क्यों करते हो ?
मिले सहारा जब सच्चा, तो इन्कार क्यों करते हो ?
अपनी दुनिया में रहकर, उसकी दुनिया को क्यों अपना नही पाते हो ?
क्यों बात-बात में दुविधा में खो जाते हो?