Hymn No. 4858 | Date: 23-Mar-20202020-03-232020-03-23तेरी इनायत के तू हमें सबकुछ देता हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/?title=teri-inayata-ke-tu-hamem-sabakuchha-deta-haiतेरी इनायत के तू हमें सबकुछ देता है, जताता नहीं फिरभी कभी के क्या तू देता है। हम देने से डरने वाले, लेने को तैयार रहते है, खाली नहीं कोई पल ऐसा जहाँ न कुछ तू देता है। तेरी रहमतों से भरी हुई है जिंदगानी हमारी ये सच है, तू हमें भी देना ही सिखाता रहता है । रूक जाते हैं कभी, खाली होने के डर से रुक जाते हैं, भूल जाते हैं, जो खाली होते है, तो बड़े प्यार से तू भरता है । प्यार हमें तू बेपनाह करता है, दिल गवाही इसकी देता है, चाहता है तुझे पाना रस्म तेरी अदा कर नहीं पाते हैं, चलते चलते रुक जाते हैं, जब असमंजस में आ जाते है ।
तेरी इनायत के तू हमें सबकुछ देता है
तेरी इनायत के तू हमें सबकुछ देता है, जताता नहीं फिरभी कभी के क्या तू देता है। हम देने से डरने वाले, लेने को तैयार रहते है, खाली नहीं कोई पल ऐसा जहाँ न कुछ तू देता है। तेरी रहमतों से भरी हुई है जिंदगानी हमारी ये सच है, तू हमें भी देना ही सिखाता रहता है । रूक जाते हैं कभी, खाली होने के डर से रुक जाते हैं, भूल जाते हैं, जो खाली होते है, तो बड़े प्यार से तू भरता है । प्यार हमें तू बेपनाह करता है, दिल गवाही इसकी देता है, चाहता है तुझे पाना रस्म तेरी अदा कर नहीं पाते हैं, चलते चलते रुक जाते हैं, जब असमंजस में आ जाते है ।
- संत श्री अल्पा माँ
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